सावन में ये 5 गलतियाँ बिल्कुल न करें – वरना नहीं मिलेगी शिव कृपा!
सावन का महीना भगवान शिव की आराधना और कृपा प्राप्त करने का सबसे शुभ समय माना जाता है। इस माह में व्रत, जप, और तपस्या से भोलेनाथ जल्दी प्रसन्न होते हैं। लेकिन अगर आप कुछ आम गलतियाँ करते हैं, तो आपकी सारी साधना व्यर्थ जा सकती है।
आइए जानते हैं वो 5 गलतियाँ जो सावन में किसी भी शिवभक्त को नहीं करनी चाहिए:
1. प्याज, लहसुन और मांसाहार से रहें दूर
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सावन में सात्विक जीवनशैली को अपनाना आवश्यक होता है।
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प्याज, लहसुन और मांसाहार को तामसिक माना गया है, जो मन को अशुद्ध करते हैं।
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शिव भक्ति का पूरा फल तभी मिलता है जब आहार भी पवित्र और शुद्ध हो।
2. बाल और नाखून न कटवाएं
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शास्त्रों के अनुसार, सावन में शरीर को किसी प्रकार की हानि या कष्ट देना वर्जित है।
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बाल या नाखून कटवाना भी एक प्रकार की शारीरिक हानि मानी जाती है।
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इस पावन महीने में आत्मसंयम का पालन करें।
3. शिवलिंग पर तुलसी पत्र न चढ़ाएं
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तुलसी भगवान विष्णु को समर्पित होती है, शिव को नहीं।
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शिवलिंग पर तुलसी चढ़ाना धार्मिक नियमों के विरुद्ध है।
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इससे आपकी पूजा निष्फल हो सकती है।
4. व्रत के दिन क्रोध, झूठ और बुरी वाणी से बचें
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व्रत का अर्थ केवल उपवास नहीं, बल्कि मन, वाणी और कर्म की शुद्धता भी है।
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क्रोध करना, झूठ बोलना या किसी को अपमानित करना व्रत की पवित्रता को नष्ट करता है।
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शांत, संयमित और करुणामयी बनें – यही सच्चा व्रत है।
5. शिवलिंग पर हल्दी और सिंदूर न चढ़ाएं
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शिवजी ब्रह्मचारी हैं, और हल्दी-सिंदूर स्त्री सौंदर्य के प्रतीक हैं।
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इन्हें शिवलिंग पर अर्पित करना अनुचित है और पूजा में दोष उत्पन्न करता है।
सावन में रुद्राक्ष धारण का विशेष महत्व
रुद्राक्ष भगवान शिव के नेत्रों से उत्पन्न दिव्य बीज है।
इस पावन मास में रुद्राक्ष धारण करने से अत्यधिक पुण्य और शिव कृपा प्राप्त होती है।
कौन-सा रुद्राक्ष पहनना चाहिए?
🔹 1 मुखी रुद्राक्ष: शिव का प्रतीक, आत्मज्ञान और मोक्ष प्रदान करता है।
🔹 5 मुखी रुद्राक्ष: सर्वसुलभ और प्रभावशाली, मानसिक शांति व स्वास्थ्य लाभ के लिए उत्तम।
🔹 11 मुखी रुद्राक्ष: शिव के 11 रुद्र अवतारों का प्रतीक, साधना और रक्षण हेतु श्रेष्ठ।
🔹 14 मुखी रुद्राक्ष: हनुमान स्वरूप, निर्णय शक्ति और विजय के लिए उपयुक्त।
रुद्राक्ष पहनने के लाभ:
✅ मन की शांति और ध्यान में वृद्धि
✅ बुरी शक्तियों और नकारात्मकता से सुरक्षा
✅ शारीरिक स्वास्थ्य में सुधार
✅ शिव कृपा और आध्यात्मिक उन्नति में सहायक
ध्यान रखें – केवल असली रुद्राक्ष ही पहनें!
आजकल बाज़ार में नकली रुद्राक्ष की भरमार है।
केवल प्रमाणित, सिद्ध और असली रियल रुद्राक्ष ही पहनें, तभी मिलेगा सच्चा फल।
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निष्कर्ष:
सावन भगवान शिव की आराधना और आत्मशुद्धि का पवित्र अवसर है।
इन 5 गलतियों से बचें और रुद्राक्ष की शक्ति का लाभ उठाएं —
तभी आपकी भक्ति पूर्ण और फलदायक बनेगी।
🙏🏻 हर हर महादेव! 🙏🏻
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