4 अगस्त 2025 – सावन का आखिरी सोमवार: आत्मा को शिवमय करने का दिव्य दिन
सावन का अंतिम सोमवार...
एक ऐसा पावन अवसर जब शिव की कृपा, आत्मिक सिद्धि और मोक्ष के द्वार सहज रूप से खुलते हैं। यह दिन साधकों के लिए विशेष होता है — आत्मा को शुद्ध करने और शिव में लीन होने का सुनहरा मौका।
महत्वपूर्ण तिथि:
4 अगस्त 2025 – चौथा और अंतिम सावन सोमवार
कैसे करें इस दिन पूजन?
प्रातः स्नान और तैयारी:
-
सुबह जल्दी उठकर स्नान करें
-
हल्के या सफेद रंग के स्वच्छ वस्त्र धारण करें
-
शांत चित्त से शिव का ध्यान करें
शिवलिंग पर अर्पित करें यह पवित्र सामग्री:
-
गंगाजल: शुद्धि का प्रतीक
-
चंदन: शीतलता और भक्ति भाव
-
धतूरा: शिव के प्रिय पुष्पों में एक
बेलपत्र: त्रिदेवों का समर्पण
इन सामग्रियों को श्रद्धा सहित शिवलिंग पर चढ़ाएं।
शक्ति जाग्रत करने वाले मंत्र और स्तोत्र
मंत्र जाप:
🔸 “ॐ नमो भगवते रुद्राय” – इस मंत्र का 108 बार जाप करें
यह मंत्र शिव के रौद्र रूप की साधना के लिए अत्यंत प्रभावशाली है।
रुद्राष्टक पाठ:
सांझ के समय दीप जलाकर शांत मन से रुद्राष्टक का पाठ करें।
यह शिव आराधना का दिव्य स्तोत्र आत्मा को शक्ति और शांति प्रदान करता है।
रुद्राक्ष धारण – शिव से जुड़ने की सरल साधना
रुद्राक्ष, शिव का नेत्र माना जाता है।
इस दिन यदि आप रुद्राक्ष धारण करते हैं, तो यह आपकी आध्यात्मिक यात्रा को बल देता है।
🔹 5 मुखी रुद्राक्ष: सभी के लिए श्रेष्ठ, विशेषकर मंत्र जाप व ध्यान के लिए
🔹 1 मुखी रुद्राक्ष: मोक्ष की गहराई को छूने वाला, साधकों हेतु (गुरु की सलाह से)
🔹 2 मुखी रुद्राक्ष: वैवाहिक जीवन में सामंजस्य के लिए
🔹 3 मुखी रुद्राक्ष: आत्मबल और पाप नाश के लिए
🔹 6 मुखी रुद्राक्ष: बुद्धि और जागरूकता के लिए
🔹 11 मुखी रुद्राक्ष: रक्षा और ऊर्जा के लिए
👉 रुद्राक्ष को पूजन करके ही धारण करें, और सोमवार जैसे पावन दिन का चयन करें।
पारद शिवलिंग की पूजा – दुर्लभ लेकिन दिव्य
पारद शिवलिंग को शिव का जीवंत रूप कहा जाता है।
सावन के अंतिम सोमवार पर पारद शिवलिंग की पूजा करने से:
🔸 रोग, ऋण, शत्रु बाधा समाप्त होती है
🔸 मानसिक शांति, धन और सौभाग्य में वृद्धि होती है
🔸 यह पूजा ब्रह्मा, विष्णु और महेश – तीनों की साधना के समान मानी जाती है
यदि आपके पास पारद शिवलिंग नहीं है, तो इसे इस दिन घर में स्थापित करें और प्रतिदिन जलाभिषेक करें।
इस दिन के विशेष लाभ:
-
आत्मिक संतुलन और शांति
-
सिद्धियों की प्राप्ति
-
मोक्ष की ओर अग्रसरता
-
शिव कृपा से जीवन में स्थिरता
-
रुद्राक्ष व पारद शिवलिंग से आध्यात्मिक उन्नति
निष्कर्ष:
4 अगस्त 2025 – यह केवल एक सोमवार नहीं, बल्कि शिव में पूर्ण विलीन होने का दिन है।
अपने जीवन की दिशा को आध्यात्मिक ऊर्जा से भरने के लिए इस दिन का संपूर्ण लाभ उठाएं।
हर हर महादेव!
ॐ नमः शिवाय।
असली पारद शिवलिंग और रियल रुद्राक्ष – शिवभक्ति का दिव्य माध्यम
अगर आप असली पारद शिवलिंग या रियल रुद्राक्ष की खोज में हैं, तो यह अत्यंत आवश्यक है कि आप इन्हें केवल प्रमाणित और विश्वसनीय स्रोतों से ही प्राप्त करें। बाज़ार में नकली या केमिकल-युक्त विकल्प भी मिलते हैं, जो आध्यात्मिक दृष्टि से निष्क्रिय और ऊर्जा-रहित होते हैं।
प्रामाणिक और विश्वसनीय स्रोत:
इन प्लेटफ़ॉर्म्स से आप ओरिजिनल पारद शिवलिंग, असली नेपाली रुद्राक्ष, और अन्य शिव-उपासना सामग्री पूर्ण श्रद्धा के साथ प्राप्त कर सकते हैं।
क्या आप जीवन में समस्याओं का सामना कर रहे हैं?
सर्वश्रेष्ठ ज्योतिषी आचार्य कल्कि कृष्णन जी और आचार्या अनिता बरनवाल जी से बात करें और सर्वोत्तम समाधान पाएँ।




0 comments:
Post a Comment